तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महंगाई के मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र को सावधान करते हुए पेट्रोल की बढ़ी कीमतें तत्काल वापस लेने की मांग की है। सुश्री बनर्जी ने शुक्रवार को राइटर्स बिल्डिंग में संवाददाताओं से कहा कि आम जनता महंगाई से पहले से ही त्रस्त है। बार-बार पेट्रोल का दाम बढ़ाने से आम जनता पर ही बोझ बढ़ेगा। वह तेल के दाम बढ़ाने के केंद्र के निर्णय से सहमत नहीं हैं। उनके निर्देश पर केंद्रीय जहाजरानी राज्यमंत्री मुकुल राय ने केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से फोन कर आपत्ति जतायी। कहा कि पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के निर्णय से वह सहमत नहीं हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र के समक्ष अपना रुख स्पष्ट कर दिया है।
सुश्री बनर्जी ने कहा कि उन्होंने राज्य में अपने स्तर पर महंगाई कम करने का प्रयास किया है। आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बावजूद उन्होंने सब्सिडी देकर रसोई गैस की कीमतें घटायी। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने पेट्रोल की बढ़ी कीमत को वापस लेने के लिए केंद्र पर चौतरफा दबाव बनाना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी के साथ राइटर्स बिल्डिंग में हुई बैठक में भी इस मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जतायी। इससे पहले सुश्री बनर्जी ने रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को दिल्ली में केंद्र के समक्ष तृणमूल कांग्रेस की ओर से पेट्रोल की मूल्य वृद्धि पर विरोध दर्ज कराने का निर्देश दिया। इसके बाद श्री त्रिवेदी ने केंद्र के समक्ष इस मुद्दे पर अपनी कड़ी आपत्ति जतायी। उन्होंने तृणमूल काग्रेस की ओर से पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी को वापस लिए जाने की माग की और कहा कि यह आम आदमी को प्रभावित करेगा। बाद में श्री त्रिवेदी ने वहां संवाददाता सम्मेलन बुलाकर कहा कि तृणमूल काग्रेस चाहती है कि पेट्रोल की कीमतों में बढोतरी को वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि कीमतें बढ़ाने से पहले उनकी पार्टी की राय नहीं मागी गई। उन्होंने एलपीजी की कीमतों में प्रस्तावित वृद्धि का भी विरोध किया और कहा कि यह कोई लक्जरी नहीं है, बल्कि आम आदमी के लिए अत्यंत जरूरी है और इसे और नहीं बढ़ाया जाना चाहिए।
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