कोलकाता, 20 जनवरी (रंजीत लुधियानवी)-
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि बीते आठ महीने में पश्चिम बंगाल में 54 कम्युनिस्टों की हत्या की गई है। लेकिन राज्य सरकारकी ओर से हत्यारों को पकड़ने के लिए किसी तरह का प्रयास नहीं किया गया है। कोलकाता में पार्टी की केंद्रीय कमटी की चार दिवसीय बैठक के अंतिम दिन पत्रकारोंको संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के लिए काम करने में नाकाम रही है। यहां गलत नीतियों के कारण 24 किसानों ने आत्महत्या की है। वाममोर्चा की सरकार पंचायत के माध्यम से काम करती थी, लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने पंचायत व्यवस्था बंद कर दी है। इतना ही नहीं बंद कारखाने के मजदूरों को 500 रुपए प्रति महीने देने की व्यवस्था हमलोगों ने शुरू की थी लेकिन राज्य सरकार ने उसे बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि खुदरा बाजार में विदेशी निवेश केंद्र सरकार 51 फीसद से बढ़ाकर 100 फीसद करना चाहती है। इसके लिए उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजों की प्रतीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम गैर कांग्रेसी और गैर भाजपाई दलों की मदद से वाम विचारधारा समर्थित मोर्चे का गठन करेंगे। जिससे विदेशी निवेश और महंगाई का विरोध किया जा सके।
लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश के संघीय ढांचे में दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए। इसलिए संसद में तृणमूल कांग्रेस, एआईडीएमके समेत कई राजनीतिक दलों ने इसका लोकायुक्त की नियुक्ति का विरोध किया।
No comments:
Post a Comment