स्कूल में शिक्षिकाओं को खड़ा होकर पढ़ाने के आदेश के बाद जमकर हंगामा हुआ और मामला पुलिस तक जा पहुंचा लेकिन इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। 'क्लास रूम में कुर्सी पर बैठ कर नहीं बल्कि खड़े होकर पढ़ाईए, क्योंकि कुर्सी पर बैठे बैठे उंघना शुरू होता है फिर नींद आने लगती है'। कुछ इस तरह का अटपटा फरमान दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर स्थित खालसा इंग्लिश हाईस्कूल की प्रबंधन समिति की ओर से शिक्षिकाओं को जारी किया गया है, बुधवार इस फरमान को मानने से इनकार करते हुए शिक्षिकाओं ने कक्षाओं का बायकाट कर स्कूल परिसर में प्रदर्शन किया। वहीं प्रबंधन समिति फरमान को सही ठहराते हुए इसे न बदलने पर अड़ा हुई है। समिति के एक पदाधिकारी ने बताया कि अनेक बार सीसीटीवी फुटेज में शिक्षिकाओं को क्लासरूम में कुर्सी पर ऊंघते और सोते हुए देखा गया जिसके बाद सभी कक्षाओं से कुसिर्यां हटा ली गईं। कक्षाओं में दोबारा कुसिर्यां नहीं रखी जाएंगी।
कुर्सी हटाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही शिक्षिका शिखा मुखोपाध्याय ने कहा कि क्लास रूम में ऊंघने के दौरान कारर्वाई की जा सकती है लेकिन कुर्सी हटा देना अपमान है। विवाद और प्रदर्शन शुरू होने के बाद भवानीपुर थाने की पुलिस ने खालसा हाईस्कूल पहुंच कर शिक्षिकाओं और प्रबंधन कमेटी के लोगों के बीच सुलह कराने की कोशिश की लेकिन दोनों पक्ष अपनी अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं। शिक्षिकाओं ने वृहस्पतिवार से क्लास रूम बहिष्कार की चेतावनी दी है। कुछ शिक्षिकाओं ने आरोप लगाया कि प्रदर्शन के दौरान स्कूल का गेट बंद कर उन्हें काफी देर तक अन्दर रोके रखा गया।
No comments:
Post a Comment