राज्य के दूसरे इलाकों के बाद अब हावड़ा में भी एक किसान ने आत्महत्या की है। आर्थिक संकट से जूझ रहे गुलाम मुस्तफा (35) ने श्यामपुर थाना इलाके के बालीकुड़िया में शनिवार की शाम जहर खाकर आत्महत्या की। खेती के लिए उसके पास रुपए नहीं थे जिससे बीज और दूसरा सामान खरीद सके। पत्नी के गहने गिरवी रखकर उसने रुपयों का बंदोबस्त करने का सोचा था। लेकिन पत्नी ने गहने देने से इंकार कर दिया। इसके बाद दोनों में विवाद हुआ।
हालांकि जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखेंदु हीरा का कहना है कि आर्थिक संकट के कारण आत्महत्या की है या नहीं इसका पता नहीं चल सका है। लेकिन सुना है कि उसने पारिवारिक विवाद के कारण आत्महत्या की है। दूसरी ओर पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि मुस्तफा अपने भाई, मां, पत्नी और तेरह साल की बेटी के साथ रहता था। उनके परिवार के पास कुल मिलाकर आधा बीघा जमीन है। दूसरों की जमीन ठेके पर लेकर भी वह खेती करता था। इसके साथ ही हावड़ा में एक दर्जी के दुकान में भी काम करता था। ज्यादातर फसल परिवार के साल भर भोजन के काम ही आती थी, बचने पर कुछ फसल बाजार में बेची भी जाती थी।
इस बीच धान की रोपाई करने के लिए ट्रैक्टर किराए पर लिया गया था। इसके लिए 1200 रुपए देने थे, लेकिन चालक को पांच सौ रुपए तो दे दिए थे, 700 रुपए बकाया थे। इसके साथ ही रविवार को मजदूरों को धान रोपने के लिए बुलाया गया था। उन्हें भी दिहाड़ी देनी जरुरी थी। लेकिन उसके पास रुपए नहीं थे। इसलिए पत्नी की कान की बालियां बंधक रखकर रुपए का जुगाड़ करने के बारे में सोचा। लेकिन पत्नी रुमिशा बेगम ने गहने देने से इंंकार कर दिया। उसका कहना है कि पिछली बार अंगुठी बंधक रखकर खेती की थी लेकिन धान की पर्याप्त कीमत नहीं मिलने पर अभी तक वह अंगुठी वापस नहीं मिल सकी है। इसलिए पत्नी ने कहा कि गहने बंधक रखने के बजाए किसीतरह रुपयों का बंदोबस्त कर लो, वह ठीक रहेगा। इसके बाद गुस्से में वह तकिए के नीचे रखे 100 रुपए का नोट लेकर साइकिल पर घर से निकल गया। इसके आधे घंटे बाद घर लौटते ही जमीन पर गिर गया, अस्पताल लेकर जाने के बाद पता चला कि उसने जहर खाया था। उलबेड़िया महकमा अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद रात दस बजे उसकी मौत हो गई।
श्यामपुर ब्लाक के कांग्रेस के महासचिव अतियार रहमान का कहना है कि आर्थिक संकट के कारण किसान ने आत्महत्या की है। हमारी मांग है कि किसान परिवार को पर्याप्त आर्थिक मुआवजा दिया जाए। जबकि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस विधायक कालीपद मंडल का कहना है कि खेती के कारण किसान ने आत्महत्या नहीं की, पत्नी के विवाद के कारण ही आत्महत्या की है। जबकि श्यामपुर दो नंबर ब्लाक के बीडीओ गोविंद हाल्दर का कहना है कि मामले की जानकारी लेने पर पता चला है कि आर्थिक संकट केकारण ही युवक ने आत्महत्या की है।
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