Thursday, April 29, 2010

माकपा की मदद से कांग्रेस ने तृणमूल के प्रधान को हटाया

हावड़ा, पंचायत प्रधान के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का उम्मीदवार पराजित हो गया और वह •ाी कांग्रेस के उम्मीदवार से। यह घटना हावड़ा जिले के ाागनान एक नांर लाक के ांगालपुर ग्राम पंचायत में हुई है। ाुधवार को पंचायत में ोर्ड गठन का अंतिम दिन था। प्रधान पद के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार जैनल ओदीन और तृणमूल की उम्मीदवार मनोरमा मान्ना थी। तृणमूल कांग्रेस को आठ और कांग्रेस को ग्यारह मत मिले हैं। ाुधवार की शाम से लेकर रात तक ाागनान के आसपास के कई इलाकों में दोनों दल के समर्थको में हिंसक झड़पें हुई। हालात नियंत्रितकरने के लिए पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और तनाव कोदेखते हुए वहां पुलिस तैनात की गई है। जिला प्रशासन सूत्रों ने ाताया कि 2008 के पंचायत चुनाव में यहां 18 सीटों में तृणमूल कांग्रेस को छह, कांग्रेस को तीन और माकपा को सात सीटें मिली थी। इसके अलावा दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती थी। ााद में इनमें एक तृणमूल कांग्रेस और दूसरा माकपा में शामिल हो गया। कांग्रेस के समर्थन से तृणमूल कांग्रेस के विश्वनाथ माइति पंचायत प्रधान ाने। लेकिन कुछ दिन ााद ही दोनों दलों में खींचतान शुरू हो गई। कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव में तृणमूल उम्मीदवार पराजित हो गया। स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुल्तान अहमद का कहना है कि माकपा के साथ मिलकर कांग्रेस ने ोर्ड पर कजा किया है। प्रधान के चुनाव में कांग्रेस ने सीधे तौर पर माकपा की मदद ली है। तृणमूल कांग्रेस को क्षमता से हटाने के लिए दोनोें दलों ने मिलकर मतदान किया। लेकिन कांग्रेस की इस कार्रवाई में नया कुछ नहीं है। यही उनका चरित्र है। इलाके के लोग सा देख रहे हैं। मतदाता ही इसके ाारे में फैसला करेंगे। दूसरी ओर कांग्रेस नेता जैनल ओदीन ने इसके लिए तृणमूल कांग्रेस को ही जिम्मेवार ाताया है। उनका कहना है कि तृणमूल कांग्रेस के साथ गठजोड़करके ही यहां ोर्ड का गठन किया गया था। लेकिन उन्होंने गठांधन धर्म का पालन नहीं किया। ोर्ड चलाने के नाम पर वे लोग दलााजी कर रहे थे। इसलिए मजाूर होकर हमलोगों ने समर्थन वापस ले लिया। इलाके के लोगों के स्वार्थ के लिए ही यह फैसला किया गया है। माकपा के ाागनान जोनल कमेटी के सचिव देवव्रत सेनगुप्त का कहना है कि इलाके में विकास के मद्देनजर ही कांग्रेस की मदद की गई है।

No comments:

Post a Comment