Sunday, January 22, 2012

राज्य में परिवर्तन के बारे में ममता की नई पुस्तक


 मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता पुस्तक मेले के मौके पर कई नई पुस्तकें लिखी हैं। इसमें एक पोरिबरतन उनकी ओर से राज्य में किए गए बदलाव को लेकर है जबकि दूसरी कोबिता एक कविता संग्रह है। सूत्रों के मुताबिक जमीनी कार्यकर्ता से राज्य  की सत्ता के सर्वोच्च पद पर आसीन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नई  पुस्तक लिखी है जिसमें उनके शानदार राजनीतिक जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं और उपलब्धियों का फोटो सहित वर्णन किया गया है। पोरिबरतन (परिवर्तन) नाम की यह किताब बंगाली भाषा में लिखी गई है और मुख्यमंत्री द्वारा खुद चुने गए सौ फोटोग्राफों को इसमें जगह दी गई है। पुस्तक में इन फोटो के नीचे उनका पूरा विवरण दिया गया है और बताया गया है कि उस क्षण ने पष्मि बंगाल की राजनीति में क्या परिवर्तन लाया। कई अखबारों के लेखागार से प्राप्त फोटो में उनके राजनीतिक जीवन के विभिन्न स्तरों को दर्शाया गया है जिसमें ममता बनर्जी के वर्ष 1984 आम चुनावों में वरिष्ठ माक्सर्वादी नेता सोमनाथ चटर्जी को हराकर सांसद बनना शामिल है। सूत्रों से पता चला है कि ममता बनर्जी की ओर से लिखी गई तीन पुस्तकों में से एक का  मंगलवार को कोलकाता पुस्तक मेला में लोकार्पण  किया जाएगा। ' माई फॉरगेटेबल मेमरीज' नाम की दूसरी किताब बंगाली में लिखी उनकी पिछली किताब का अंग्रेजी अनुवाद है। तीसरी किताब ममता द्वारा लिखी गई कविताएं हैं। ममता के एक करीबी ने कहा कि इस किताब में उन यादगार घटनाओं को लिखा गया है जो पश्चिम बंगाल में राजनीतिक परिवर्तन लाने की सफलता के दौरान उनके जीवन में घटित हुआ। इस पुस्तक में वर्ष 2000 की वह ऐतिहासिक फोटो भी दर्ज है जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कालीघाट स्थित ममता के आवास का दौरा किया और सबके सामने उनकी मां के चरण स्पर्श किए। मालूम हो कि पिछले साल पुस्तक मेला के मौके पर उनकी पुस्तक निताई का लोकार्पण किया गया था। राज्य के पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में नौ निरीह लोगों की हत्या से प्रेरित होकर उन्होंने निताई गांव की कहानी को 31 कविताओं के माध्यम से पेश किया था।


No comments:

Post a Comment