Thursday, November 29, 2012

अब बेलून पर चढ़कर देख सकेंगे कोलकाता


  कोलकाता, 29 नवंबर (जनसत्ता)।अब आप आकाश पर चढ़कर ऊंचाई से कोलकाता को देख सकेंगे। इसके लिए हवाई जहाज का टिकट कटाने की जरुरत नहीं है। एक बेलून की मदद से बीच आकाश से कोलकाता दर्शन कि ए जा सकेंगे। यह महज कल्पना नहीं है। जमीन से 500 फीट ऊपर बेलून की मदद से हिंडोले पर खड़े होकर नजारा देखना दो महीने में संभव हो सकेगा। राज्य की दो सरकारी संस्थाओं की ओर से यह काम किया जा रहा है। कोलकाता इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (केआईटी)  और कोलकाता मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथारिटी (एएमडीए) की ओर से इस बारे में व्यापक स्तर पर काम किया जा रहा है।
सूत्रों से पता चला है कि महानगर के रवींद्र सरोवर में इसके लिए बाकायदा स्टेशन बनाया जा रहा है। इसके बाद 3500 घनमीटर हिलीयम गैस से भरे हुए बेलून की मदद से कोलकाता को आकाश से देखा जा सकेगा। एक बार बेलून की मदद से उपर पहुंचे नहीं कि सफेदी में जगमगाता विक्टोरिया, हावड़ा पुल ( रवींद्र सेतु) दिखाई देगा। हवा की मदद से बेलून दूसरी ओर सरकने लगेगा तो आपको द्वितिय हुगली सेतु या विवेकानंद ब्रीज दिखाई देगा। साइंस सिटी से लेकर महानगर के दूसरे महत्वपूर्ण स्थान पंछी की तरह देखे जा सकेंगे। मंजूरी मिलने पर रात के अंधेरे में जगमगाता कोलकाता भी देखा जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि देश में सबसे पहले गुजरात में बेलून की मदद से नजारा देखने की व्यवस्था शुरू हुई थी। इसके बाद कश्मीर में यह मशीन खरीदी गई। हालांकि वहां अभी तक वह चालू नहीं हुई है। इस तरह कोलकाता देश का दूसरा ऐसा स्थान होगा जहां लोग बेलून की मदद से हिंडोले पर बैठकर महानगर का नजारा ले सकेंगे। आम तौर पर एक हजार फीट के बिजली के तार (विंच) की मदद से बेलून को नियंत्रित किया जाता है। लेकिन जब हवा तेजी से बहती है तो उसकी लंबाई घटा दी जाती है। हालांकि यह काम खासा महंगा है इसलिए दोनों संस्थाओं कीओर से पीपीडी माडल के तहत एक प्राइवेट संस्था को साथ लेकर काम किया जा रहा है। इसके लिए कोलकाता एयरपोर्ट के एटीसी से मंजूरी लेने की जरुरत पड़ती है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि जमीन से 500 फीट उपर दक्षिण कोलकाता में हवाई उडान में किसी तरह की समस्या नहीं होगी। इसका कारण यह है कि तब तक पूर्व कोलकाता में ही विमान 2500 फीट उपर चला जाएगा। इतना जरुर है कि बेलून पर सदैव एटीसी की नजर रहेगी।
सूत्रों से पता चला है कि बेंलून समेत हिंडोले की ऊंचाई लगभग 100 फीट है। अभी तक इस हवाई बेलून का नाम तय नहीं किया जा सका है। बेलून के नीचे लोगों के खड़ा होने की जगह होगी। इसका वजन 270 किलोग्राम है। यहां 25 से लेकर 30 यात्री खड़ा हो सकेंगे। 19 मीटर परिधि के बेलून का वजन लगभग तीन हजार किलोग्राम है। हालांकि आकाश से कोलकाता दर्शन करने के लिए कितने रुपए खर्च करने होंगे अभी तक इसका कुछ पता नहीं चल सका है। माना जा रहा है कि आगामी कुछ दिनों में ही संस्था की ओर से इसका एलान किया जाएगा।


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