Monday, September 24, 2012

ममता की बेरोजगार बैंक में नहीं पहुंचे बेरोजगार


  राज्य में बेरोजगारों की संख्या 75 लाख से भी ज्यादा है। तृणमूल कांग्रेस सरकार ने राज्य में बेरोजगारी दूर करने के लिए 27 जुलाई को इंप्लाएमेंट बैंक शुरू की थी। लेकिन दो महीने गुजरनेके बाद भी महज 40 हजारलोगों ने बेवसाइट पर पंजीकरण कराया है। इसके साथ ही वेबसाइट पर पंजीकरण करवानेके बाद एक महीने के भीतर  राज्य के किसी भी रोजगार कार्यालय में जाकर शैक्षणिक प्रमाणपत्र की जांच करवानी पड़ती है। यह काम कुल मिलाकर 19 हजार बेरोजगार युवक-युवतियों ने किया है।
राज्य सरकार के सूत्रों के मुताबिक इस बैंक में पंजीकरण करवाने वालों को सरकारी और गैरसरकारी नौकरी हासिल करने में सहूलत होगी। इस परियोजना के लिए 75 प्राइवेट संस्थाओं के साथ बातचीत करने के बाद भी अभी तक किसी भी संस्था ने अपना नाम दर्ज नहीं कराया है। इसके कारण इंप्लाएमेंट बैंक का भविष्य अंधकार में दिखता है।
राज्य सरकार ने परियोजना के लिए एक करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है। वेबेल नामक संस्था को इस परियोजना पूरा करने की जिम्मेवारी दी गई है। लेकिन दो महीने बाद भी इस बारे में कुछ खास प्रगति नहीं दिख रही है। इस बारे में श्रम विभाग के विशेष सचिव एके रायचौधरी का कहना है कि परियोजना का काम जोर-शोर से चल रहा है। इस बीच कई प्राइवेट संस्थाओं और प्लेसमेंट संस्थाओं के साथ बातचीत की गई है। जब नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी तो सबसे ज्यादा फायदे में गांव के लड़के-लड़कियां ही रहेंगे। इसका कारण यह है कि बैंक में पंजीकरण करवाने वालों को एसएमएस भेजकर नौकरी के बारे में सूचित किया जाएगी। बेरोजगार व्यक्ति की ओर से भेजे गए प्रोफाइल को देख कर ही साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा।
गौरतलब है कि हाल तक इंप्लाएमेंट बैंक में माध्यमिक पास उम्मीदवारों में 1565, उ च्च माध्यमिक (कला) विभाग में 968, विज्ञान में 514, वाणिज्य में 321, आईटीआई में 163, आईटीआई के सर्टीफिकेट पाठ्यक्रम में 440, डिप्लोमा पोलिटेकनिक 245, दूसरे मामले में डिप्लोमा वाले 360, स्नातक (आनर्स) में 969, स्नातक (इंजीनियरिंग) में 250,कानून में तीन, आईसीडब्लूए में चार लोगों समेत कुल मिलाकर 40 हजार लोगों ने पंजीकरण करवाया है।
हालांकि जहां राज्य में बेरोजगारों की संख्या 75 लाख है वहां पंजीकरण करवाने लोगों की संख्या इतनी कम होने पर हैरत जताई जा रही है। इस बारे में पूछे जाने पर श्रम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गांव के लोगों को इंटरनेट के बारे में कम जानकारी है। इसके साथ ही बैंक का काम तो चालू हो गया है लेकिन प्रचार -प्रसार नहीं किया गया जिससे लोगों को इसके फायदे के बारे में जानकारी मिल सके। इसी तरह दूसरे एकअधिकारी का कहना है कि लोगों को समझ में ही नहीं आ रहा है कि पंजीकरण कैसे करवाया जाए। कई लोगों ने प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। मालूम हो कि पंजीकरण करने के लिए डब्लूडब्लूडब्लू डाट इंप्लाएमेंटबैंकडब्लूबी डाट जीओवी डाट इन पर उम्मीदवार को नाम, उम्र, फोटो, शैक्षणिक योग्यता या कारीगारी योग्यता के बारे में ब्योरा दर्ज करके पंजीकरण करवाना पड़ता है। इसके बाद पंजीकरण नंबर मिलेगा। इसकी प्रति का प्रिंट निकाल कर रोजगार कार्यालय में शैक्षणिक योग्यता को प्रमाणित करवाना होगा। यहां योग्यता परीक्षा की जांच करके यूजर आईडी और पासवर्ड प्रदान किया जाएगा। यह सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद साक्षात्कार के लिए एसएमएस पर संदेश सीधे घर पहुंच जाएगा।

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